दोस्तों आज आप सभी लोगों को डेल कार्नेगी की द्वारा लिखित Lok Vyavhar Hindi PDF Download करने का लिंक दूंगा जिसकी सहायता से आप लोक व्यवहार की बुक की पीडीएफ को डाउनलोड कर सकते हैं
यदि आप Lok Vyavhar Hindi PDF को डाउनलोड करना चाहते हैं तो आप इस पोस्ट को शुरू से अंत तक पढ़े हैं क्योंकि यहां पर मैं लोक व्यवहार की पीडीएफ दिया
Book Details; Lok Vyavhar Hindi
Book Name / पुस्तक का नाम : | Lok Vyavhar Hindi PDF |
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Author Name / लेखक का नाम : | Dale Carnegie / डेल कारनेगी |
Publisher : | Manjul Publishing House / मंजुल पब्लिशिंग हाउस |
Publication date : | 1 January 2013/ 01 जनवरी 2013 |
Language / भाषा : | Hindi / हिंदी |
Book length: | 364 Pages / 364 पेज |
File Size : | 7.09 MB |
File Format : | PDF / पी डी एफ |
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Lok Vyavhar Hindi
लोक व्यवहार एक ऐसा शब्द है जिसका उपयोग आमतौर पर हिंदी भाषा में किया जाता है, जिस तरह से लोग समाज में व्यवहार या आचरण करते हैं।
लोक व्यवहार शब्द का अनुवाद “समाज में व्यवहार” या “दुनिया में आचरण” के रूप में किया जा सकता है और यह उन मानदंडों, मूल्यों और अपेक्षाओं को संदर्भित करता है जो यह नियंत्रित करते हैं कि लोग अपने सामाजिक और सांस्कृतिक संदर्भों में एक दूसरे के साथ कैसे बातचीत करते हैं।
इसमें ऐसे मुद्दे शामिल हैं जैसे लोग एक-दूसरे के साथ कैसे संवाद करते हैं, वे सम्मान कैसे दिखाते हैं, वे कैसे संघर्षों को हल करते हैं, और वे नियमों और कानूनों का पालन कैसे करते हैं। लोक व्यवहार संस्कृति का एक महत्वपूर्ण पहलू है और व्यक्तियों और समूहों के बीच संबंधों और अंतःक्रियाओं को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
Lok Vyavhar Hindi PDF
लोक व्यवहार, या “समाज में व्यवहार” विषय पर हिंदी भाषा में कई पुस्तकें उपलब्ध हो सकती हैं। ये पुस्तकें सांस्कृतिक मानदंडों, मूल्यों और अपेक्षाओं पर चर्चा कर सकती हैं जो यह नियंत्रित करती हैं कि लोग अपने सामाजिक और सांस्कृतिक संदर्भों में एक-दूसरे के साथ कैसे बातचीत करते हैं।
वे विभिन्न सामाजिक स्थितियों में खुद को कैसे संचालित करें, जैसे कि सम्मान कैसे दिखाना है, प्रभावी ढंग से कैसे संवाद करना है, और संघर्षों को कैसे हल करना है, इस पर मार्गदर्शन प्रदान कर सकते हैं। लोक व्यवहार पर कुछ पुस्तकें दार्शनिक या आध्यात्मिक दृष्टिकोण से लिखी जा सकती हैं, जबकि अन्य अधिक व्यावहारिक दृष्टिकोण अपना सकती हैं।
डेल कार्नेगी books PDF
डेल कार्नेगी एक अमेरिकी लेखक और सार्वजनिक वक्ता थे, जो अपनी स्वयं सहायता पुस्तकों के लिए जाने जाते हैं, जिनमें “हाउ टू विन फ्रेंड्स एंड इन्फ्लुएंस पीपल” शामिल है, जिसकी दुनिया भर में 15 मिलियन से अधिक प्रतियां बिकी हैं।
कार्नेगी का जन्म 1888 में मिसौरी में हुआ था और एक सफल सार्वजनिक वक्ता और लेखक बनने से पहले उन्होंने कई तरह के काम किए। उनकी किताबें और पाठ्यक्रम आत्म-सुधार, पारस्परिक कौशल और नेतृत्व जैसे विषयों पर ध्यान केंद्रित करते हैं और दुनिया भर के पाठकों की पीढ़ियों को प्रभावित करते हैं।
कार्नेगी की लेखन शैली व्यावहारिक और सीधी है, और उनकी सलाह अक्सर उनके अपने व्यक्तिगत अनुभवों और टिप्पणियों पर आधारित होती है। उन्हें स्वयं सहायता आंदोलन के अग्रदूतों में से एक माना जाता है और उनकी रचनाएँ आज भी लोकप्रिय हैं और व्यापक रूप से पढ़ी जाती हैं।
डेल कार्नेगी: Lok Vyavhar Hindi PDF
डेल कार्नेगी एक अमेरिकी लेखक और व्याख्याता थे, जो अपनी सबसे अधिक बिकने वाली पुस्तक “हाउ टू विन फ्रेंड्स एंड इन्फ्लुएंस पीपल” के लिए जाने जाते हैं, जो 1936 में प्रकाशित हुई थी। यह पुस्तक दूसरों के साथ संबंध बनाने और प्रभावी ढंग से संवाद करने के बारे में व्यावहारिक सलाह देती है।
इसका कई भाषाओं में अनुवाद किया गया है और दुनिया भर में इसकी लाखों प्रतियां बिक चुकी हैं। यह संभव है कि कार्नेगी की पुस्तक का हिंदी भाषा में अनुवाद हो चुका है और यह “लोक व्यवहार” शीर्षक से उपलब्ध है।
Lok Vyavhar Hindi
- . अपनी बातों को नाटकीय अंदाज में पेश करें और चमत्कारी परिणाम देखें।
- • आदर्शवाद के सिद्धांत को जीवन में प्रश्रय दें ।
- . आदेश देने की बजाय प्रश्न पूछें।
- • ईमानदारी के साथ सामनेवाले इनसान का नजरिया समझने की कोशिश करें।
- अपनी सभी गलतियाँ तथा कमियाँ गिनाने के बाद ही किसी की कमियाँ गिनाएँ । अपने विचार को इस दृढता से पेश करें कि सामनेवाले को वह अपना ही विचार लगने लगे। .
- • ईमानदारी के साथ सामनेवाले को उसका दृष्टिकोण प्रस्तुत करने का अवसर दें और उसके विचारों तथा इच्छाओं के प्रति सहानुभूति दरशाएँ ।
- • सामनेवाले को प्रोत्साहित करें और यह बताएँ कि गलतियों को सुधारना मुश्किल काम नहीं है।
- • सामनेवाले को बोलने के लिए प्रोत्साहित करें और अच्छे श्रोता बनें।
- • सामनेवाले व्यक्ति के विचारों तथा इच्छाओं के बारे में सहानुभूति जरूर प्रदर्शित करें।
- • सामनेवालों में सच्ची तथा वास्तविक दिलचस्पी लें। .
- • हमेशा मुसकान बिखेरें ।
- • काम या बात की शुरुआत दोस्ती भरे अंदाज में करें और सामनेवाले को ज्यादा बोलने का अवसर दें।
- • बात इस प्रकार आरंभ करें कि सामनेवाला तुरंत ‘हामी भर दे। ‘
- • लोगों की गलतियों को दो टूक बताने की भूल कभी न करें। .
- • व्यक्ति को एक ऐसी छवि में कैद कर दें, जिसे वह बदलना न चाहे ।
- • व्यक्ति को नाम से पुकारें, जो उसके लिए सबसे महत्त्वपूर्ण तथा आनंददायक शब्द होता है।
- • सबके विचारों का सम्मान करें। उन्हें गलत न ठहराएँ ।
- गलती होने पर उसे स्वीकार करने में झिझकें नहीं ।
- • चुनौतियाँ दीजिए और लीजिए।
- • दूसरों को प्रोत्साहित करते हुए बताएँ कि गलतियों को सुधारना कठिन काम नहीं है।
- • बहस का लाभ यह है कि उससे बचकर निकल जाएँ।
- • सामने मौजूद व्यक्ति को अपमनित न करें।
- • हमेशा सच्ची तारीफ से अपनी बात की शुरुआत करें।
- • हर सुधार की खुले दिल से तारीफ करें। .
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Conclusion: Lok Vyavhar Hindi PDF
दोस्तों आज आप सभी लोगों को मैंने Lok Vyavhar Hindi PDF की पूरी लिस्ट दी है जिसे आप लोगों ने बहुत ही आसानी तरीके से डाउनलोड कर लिए होंगे तो दोस्तों आप लोग Lok Vyavhar Hindi PDF को अवश्य पढ़ें और इस पुस्तक को पढ़ने के बाद आपको क्या महसूस हुआ आप इस पुस्तक से क्या सीखे कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं